Indicators on सफेद मूसली के लाभ You Should Know
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जड़ीबूटी सफेद मूसली के फायदे और नुकसान – white musli Rewards and side effects in Hindi
आप इस बारे में अपने डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं, क्योंकि जैसा कि हमने आपको बताया कि यह व्यक्ति के शरीर पर निर्भर करता है कि उसके लिए क्या योग्य है।
सफेद मूसली को किसी भी आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर से खरीदा जा सकता है। साथ ही यइ ऑनलाइन भी उपलब्ध है। मेडिकल स्टोर पर सफेद मूसली चूर्ण, टॉनिक या फिर कैप्सूल के रूप में उपलब्ध होती है।
यह दिखने में पतली सफ़ेद जड़ जैसी होती है। इसके फूल भी सफ़ेद रंग के होते है यही वजह है की इसका नाम सफ़ेद मूसली है। इसके इतने फायदे है की यह पुरे देश में पायी जाती है। देश में सभी दूर इसकी खेती की जाती है। बारिश के समय यह अपने आप ही जंगलो में उग जाती है।
मूसली की फसल का प्रमुख उत्पाद उसकी फिंगर्स ही है जिन्हें छीलकर तथा सुखाकर सूखी मूसली तैयार की जाती है, अत: ये फिंगर्स मोटी तथा अधिक से अधिक गूदायुक्त होनी चाहिए ताकि छीलने पर ज्यादा मात्रा में गूदायुक्त फिंगर्स प्राप्त हो सकें (फिंगर्स के पतले होने पर ज्यादा गूदा प्राप्त नहीं होगा) प्राय: भूमि के ज्यादा नर्म (पोला) होने पर फिंगर्स जमीन में ज्यादा गहरी चली जाती है तथा पतली रह जाती है। अत: खेत को तैयार करते समय इस बात का ध्यान रखा जाना click here चाहिए कि भूमि ज्यादा नर्म (पोली) न हो, दूसरे यदि खुदाई के उपरांत पौधे में ऐसी फिंगर्स निकलती हैं तो उन्हें उत्पादन के रूप में प्रयुक्त करने के बजाय प्लांटिंग मेटेरियल के रूप में प्रयुक्त कर लिया जाना चाहिए। सफेद मूसली मूलतः गर्म तथा आर्द्र प्रदेशों का पौधा है। उंत्तरांचल, हिमालय प्रदेश तथा जम्मू-कश्मीर के ऊपर क्षेत्रों में यह सफलतापूर्वक उगाई जा सकती है।
सफेद मूसली शुक्राणुओं को बढ़ाने में सहायक है। इसका सेवन करने से स्पर्म की गुणवत्ता में सुधार होता है।
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यदि बतायी गयी औषधीय मात्रा से भूख में कमी हो तो इसकी मात्रा और कम कर लेनी चाहिए। इसकी उतनी मात्रा ले जो आसानी से पच जाये और कम न करे।
आप वजन बढ़ाने के लिए दूध के साथ इसे ले सकते हैं।
नपुंसकता से बचाव - सफेद मूसली से वीर्य का उत्पादन होता है यह नपुंसकता को दूर कर वीर्य की गुणवत्ता को सुधारती है। इसके नियमित सेवन से नपुंसकता का खतरा कम हो जाता है। गाय के दूध में एक से डेढ़ चम्मच मूसली पाक मिलाकर दिन में दो बार पिएं।
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ग्रा.प्रति एकड़ का भू प्रयोग करना उचित होगा। वैसे यह पौधा किसी प्रकार की बीमारी अथवा प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव से लगभग मुक्त है।
बीज या प्लान्टिंग मेटेरियल हेतु मूसली का संग्रहण